मंदसौर / कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) आरसी शर्मा ने इलेक्ट्रीफाइड हो चुके सिंगल लाइन नीमच-चित्तौड़गढ़-चंदेरिया सेक्शन का निरीक्षण टाल दिया। इसकी दो प्रमुख वजह रही, पहली शंभुपुरा-निंबाहेड़ा के बीच बिछाई दूसरी लाइन का इलेक्ट्रिफिकेशन अभी तक नहीं हो पाया है। दूसरी कोरोना वायरस के चलते डीआरएम विनीत गुप्ता सहित चार अधिकारी ही साथ थे। इसके चलते इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य को ठीक जांचना संभव नहीं था। सीआरएस ने रेल विद्युतीकरण विभाग को 20 अप्रैल तक शंभुपुरा-निंबाहेड़ा डबलिंग का इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद सेक्शन का विधिवत सीआरएस निरीक्षण होगा। बता दें कि अभी तक रतलाम के क्यू ट्रैक का भी इलेक्ट्रिफिकेशन नहीं हो पाया है। नीमच-चंदेरिया सेक्शन की जांच के लिए शुक्रवार को कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) आरसी शर्मा 8 कोच की स्पेशल ट्रेन से नीमच पहुंचे। वहां से चार अधिकारियों के साथ एक डीजल, एक बिजली इंजन और एक निरीक्षण यान के साथ औपचारिक निरीक्षण की शुरू किया। 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पर स्पीड ट्रायल करते हुए स्पेशल ट्रेन से नीमच आए।
सुबह नीमच पहुंचने के बाद सीआरएस ने सैलून में ही करीब 44 मिनट तक अधिकारियों से इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य का अपडेट लिया। नवनिर्मित इलेक्ट्रिक ट्रांजेक्शन सब स्टेशन(टीएसएस) का लोकार्पण किया। इसके बाद सब स्टेशन के चार्जिंग पाइंट, लाइन इनपुट सहित अन्य टेक्निकल पाइंट चेक किए।
औपचारिक निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान तकनीकी जांच के लिए पर्याप्त अधिकारी साथ नहीं थे। इसलिए अभी सिर्फ औपचारिक निरीक्षण किया है। इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य अच्छा हुआ है।
आरसी शर्मा, सीआरएस
अप्रैल तक पूरा होगा काम
अभी शंभुपुरा-निंबाहेड़ा दूसरी लाइन का इलेक्ट्रिफिकेशन नहीं हो पाया है। सीआरएस ने आरई विभाग से उसे अप्रैल में पूरा करने के लिए कहा है। विधिवत निरीक्षण अप्रैल में होगा।
विनीत गुप्ता, डीआरएम
चित्तौड़गढ़ स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक पर निरीक्षण करते सीआरएस शर्मा।